दुनिया को फिलहाल अभी सबसे अधिक कोरोना वैक्सीन का इंतजार है। लेकिन वैक्सीन बनने के साथ ही बात खत्म नहीं हो जाती। खासकर गरीब और विकासशील देशों में सभी लोगों तक टीके की पहुंच भी कम बड़ी चुनौती नहीं है। मुद्दा फैक्ट्री से सीरिंज तक का है। कोल्ड स्टोरेज का है। दुनियाभर की 7.8 अरब आबादी में से 3 अरब लोग ऐसे जगहों पर रहते हैं जहां टीके लिए पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था नहीं है। कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए कोल्ड चेन बनाना सबसे अमीर देशों के लिए भी आसान नहीं होगा, खासकर उन वैक्सीन के लिए जिनके लिए -70 डिग्री सेल्सियस वाले अल्ट्राकोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता होगी।